स्पेन के वैज्ञानिकों ने दुनिया में अपनी तरह की पहली फेस ट्रांसप्लांट सर्जरी को अंजाम दिया है। सर्जनों और डॉक्टरों की टीम ने एक 30 वर्षीय पुरूष के पूरे चेहरे का प्रत्यारोपण किया है, जिसका चेहरा वर्ष 2005 में एक दुर्घटना में बुरी तरह नष्ट हो गया था। ‘द टेलीग्राफ’ की रिपोर्ट में कहा गया है कि बार्सिलोना के एक अस्पताल में डॉ. जॉन पेरे बॉरेट के नेतृत्व में 30 प्लास्टिक सर्जनों ने पिछले महीने एक मरीज पर ऐसी सर्जरी की। ऑपरेशन लगभग 24 घंटे तक चला। सर्जनों ने बताया कि ऑपरेशन में उन्होंने मरीज की गाल की हडि्डयों, चेहरे की मांसपेशियों, दांत, पैलेट, त्वचा, नाक, होंठ और जबड़े का प्रत्यारोपण किया। सर्जरी से पहले मरीज भोजन निगलने, बोलने और ठीक तरह से सांस लेने भी असमर्थ था। मरीज के लगभग दो महीने तक अस्पताल में रहने की संभावना है। अस्पताल द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि इससे पहले मरीज का 9 बार ऑपरेशन हुआ था जो संतोषजनक रूप से सफल नहीं था। इस वजह से सर्जनों की टीम ने मरीज के पूरे चेहरे का ट्रांसप्लांट करने पर विचार किया। यह पहला मौका है जब पूरी दुनिया में किसी व्यक्ति के पूरे चेहरे का ट्रांसप्लांट किया गया है। इससे पहले इससे मिलते-जुलते 10 ऑपरेशन हुए हैं लेकिन ये सभी आंशिक प्रत्यारोपण थे। दुनिया का पहला फेस ट्रांसप्लांट फ्रांस की एक महिला का था जो वर्ष 2005 मे तब किया गया था जब उसके कुत्ते ने उसके चेहरे को बुरी तरह क्षत-विक्षत कर डाला था। इसके बाद चीन और अमेरिका में इस तरह के आंशिक ट्रांसप्लांट हुए थे।
डॉक्टरों के मुताबिक, यघपि मरीज को किसी और का चेहरा दिया गया है लेकिन उसकी शक्ल दानदाता (जिसकी एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी) के चेहरे जैसी नहीं होगी। उसका नया चेहरा हाइब्रिड होगा। न तो उसके पुराने चेहरे जैसा और न दानदाता के चेहरे जैसा, बल्कि दोनों का मिश्रित चेहरा होगा। डॉ. बॉरेट के अनुसार, ‘हमारा लक्ष्य है कि मरीज कुछ ही हफ्तों में न सिर्फ बात कर सकेगा बल्कि खा सकेगा और मुस्कराने के साथ-साथ हंस भी सकेगा।’ डॉक्टरों की अब सिर्फ इतनी चिंता है कि मरीज का शरीर कहीं ट्रांसप्लांट को अस्वीकार न कर दे। इसके लिए मरीज को जिंदगीभर शक्तिशाली इम्यूनोसप्रेसेंट दवाइयां खानी होंगी। दुनिया के वैज्ञानिकों और सर्जनों ने इस ट्रांसप्लांट को बहुत महत्वपूर्ण बताया है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस तरह के ट्रांसप्लांट से उन मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी जिनके चेहरे दुर्घटनाओं के कारण विकृत या बर्बाद हो जाते हैं।
A blog for BIOLOGY students by : Susheel Dwivedi PGT Biology Kendriya Vidyalaya Secter J Aliganj Lucknow U P
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
-
Phylum – Chordata: Ü Three primary chordate characters are:- i. Presence of notochord (embryonic, larval or adult). ii. Presence of single d...
-
How To Detect Food Adulterants By Susheel Dwivedi mobile-09435946180, www.bioguuindia.blogspot.com Adulterants, both harmful and simple, can...
No comments:
Post a Comment