भूल जाइए मेगाबाइट, टेराबाइट, गीगाबाइट और पेटाबाइट के नाम।अब डिजिटल दुनिया की सबसे बड़ी ईकाई जेटाबाइट अवतरित हुई है। दिन दूनी प्रगति कर रही डिजिटल दुनिया (वर्चुअल रिएलिटी) के आकार ने पेशेवरों के दिमाग को खंगाल कर रख दिया है। इस बढ़ते आकार ने एक नई इकाई जेटाबाइट को जन्म दिया है। अब तक सबसे बड़ी इकाई पेटाबाइट का स्थान यह नया मात्रक लेगा। एक जेटाबाइट 10 लाख पेटाबाइट के बराबर होता है। या इसे 1,000,000,000,000,000,000,000 बाइट के समतुल्य व्यक्त कर सकते हैं।
‘द डेली टेलीग्राफ’ ने खबर दी है कि मानव अभी तक अस्सी लाख पेटाबाइट के दायरे में ही डिजिटल कार्य करता है। एक पेटाबाइट करीब 10 लाख गीगाबाइट के बराबर है। लेकिन इस वर्ष इसका आकार बढ़कर 1.2 जेटाबाइट हो जाने की संभावना है। वास्तव में विश्व में डिजिटल सामग्रियों का आकार इतना बड़ा है कि इसकी सारी सूचना को एप्पल कंपनी के 75 अरब आईपैड में संग्रह कर दिया जा सकता है। समझ लीजिए कि डिजिटल सामग्री का आकार इतना बड़ा होगा जितना माइक्रोब्लागिंग वेबसाइट ‘टि्वटर’ पर एक सदी तक विश्व के लोगों द्वारा किए गए लगातार मैसेज का।
प्रौघोगिक कंसल्टेंसी आईडीसी ने विश्व डिजिटल उत्पाद पर वार्षिक सर्वे के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी का कहना है कि विश्व में जितना अधिक डिजिटल सामग्री उत्पादन होता है उसका 70 फीसद लोग निजी रूप से करते हैं। लेकिन इनका भंडारण फ्लिकर और यू-ट्यूब जैसी वेबसाइटों द्वारा किया जाता है। पहला सर्वे 2007 में किया गया था। उस समय डिजिटल सामग्री संसार का आकार 1,61,000 पेटाबाइट होने का आकलन है।
A blog for BIOLOGY students by : Susheel Dwivedi PGT Biology Kendriya Vidyalaya Secter J Aliganj Lucknow U P
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