Wednesday, May 19, 2010

वृदि्ध हार्मोन से एथलीट भरते हैं तेज फर्राटा

 आस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों ने कहा है कि उन्होंने पहली बार साबित कर दिखाया है कि मानवीय वृद्धि हार्मोन (ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन, एचजीएस) का उपयोग करने वाले एथलीट तेज फर्राटा भर सकते हैं लेकिन इससे शक्ति या सामर्थ्य नहीं बढ़ता। अध्ययन के अनुसार, वृद्धि हार्मोन के कारण एथलीट की फर्राटा में तेजी चार से पांच फीसद बढ़ सकती है जो आ॓लंपिक ट्रैक स्पर्धा में पिछले स्थान पर रहने वाले को स्वर्ण पदक धारी तक बना सकती है। सिडनी के गारवेन इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल रिसर्च के प्रमुख अनुसंधानकर्ता प्रोफेसर केन हो ने कहा, ‘10 सेकेंड में यह चार फीसदी का सुधार 0.4 सेकेंड की अवधि हो सकती है जो एक बड़ा समय अंतराल होगा।’ केन ने कहा कि वृद्धि हार्मोन एचजीएस प्राकृतिक हार्मोन है जो शारीरिक क्षमता बढ़ाता है। यह वृद्धि और उपापचय दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने वृद्धि हार्मोन के उपयोग को प्रतिबंधित कर रखा है। माना जाता है कि इस हार्मोन का एथलीटों द्वारा व्यापक रूप से दुरूपयोग किया जाता है। परिणामस्वरूप मांसपेशियां बड़ी होती है और शक्ति, ताकत और क्षमता बढ़ती है। केन ने कहा कि हालांकि नये निष्कर्ष वाडा के प्रतिबंध को जायज ठहराते हैं फिर भी वृद्धि हार्मोन के इंजेक्शन से हर क्षेत्र में प्रदर्शन उन्नत नहीं होता है।

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